December 17, 2024
जीएफ सेक्स कहानी

हेलो दोस्तों मैं प्यारा मस्तराम हूं, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आया हूं जिसका नाम है “वर्जिन गर्लफ्रेंड की गर्म चूत का उद्धघाटन – जीएफ सेक्स कहानी”। यह कहानी पुलकित की है आगे की कहानी वह आपको खुद बताएँगे मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी।

देसी जीएफ सेक्स कहानी में मैंने कॉलेज के पास कैंप में अपनी पड़ोसन लड़की को गर्लफ्रेंड बनाकर चोदा. उस समय वह कुंवारी थी.

दोस्तो, मेरा नाम पुलकित है.

मेरी हाइट 5 फीट 7 इंच है और वजन 80 किलो है. मेरे लंड का साइज 6 इंच लंबा है और मेरा रंग सांवला है.

मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी लिखी कहानी पसंद आएगी.

यह देसी जीएफ सेक्स कहानी सच्ची घटना पर आधारित है.

मैं दिल्ली शहर में रहता हूँ और यह कहानी उस समय की है जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ता था।

मेरी क्लास में बहुत सारी खूबसूरत लड़कियाँ थीं लेकिन मुझे कभी किसी में कोई दिलचस्पी नहीं थी और मैं हमेशा अपनी पढ़ाई में ज्यादा व्यस्त रहता था।

दिसंबर के महीने में, हम अपने स्कूल के 4 दिन के स्कूल कैंप में गए थे।

जब हम वहां पहुंचे तो देखा कि हमारे स्कूल के साथ-साथ दूसरे स्कूलों के छात्रों का एक कैंप भी वहां आया हुआ था.

वहां मेरी मुलाकात मेरी गर्लफ्रेंड से हुई और हमने कैंप में ही सेक्स गेम खेला.

पहले दिन वहां सभी का परिचय हुआ और बाद में सभी लोग एक साथ नाश्ते के लिए गये. वहीं मेरी मुलाकात आकांक्षा से हुई. वह मुझे पहले से ही जानती थी क्योंकि वह मेरे पड़ोस में ही रहती थी।

आइए आपको आकांक्षा के साइज के बारे में बताते हैं.
उसकी हाइट करीब 5 फीट थी और रंग दूधिया गोरा था.

उसे देखते ही सभी लड़कों की लार टपकने लगती थी।

मैं उसे पहले से ही पसंद करता था लेकिन कभी कुछ कहने की हिम्मत नहीं हुई। और वो भी मुझे पसंद करती थी.

नाश्ते के बाद मैं उनसे मिला और मैंने पूछा- आपने मुझे बताया नहीं कि आपका स्कूल कैंप भी यहीं आ रहा है?

तो वो मेरी बात पर हंस पड़ी और अपने स्कूल ग्रुप के साथ चली गयी.

ये सब देखकर मेरे दोस्त मुझसे पूछने लगे- क्या वो लड़की तुम्हारी गर्लफ्रेंड है?

तो मैंने मना कर दिया और कहा- वो सिर्फ मेरी दोस्त है और मेरे मोहल्ले में ही रहती है।

उसके बाद हम सब अपने ग्रुप के साथ अपने अपने कामों में लग गये और सब भी अपने काम में लग गये.

और फिर शाम को डिनर के समय आकांक्षा से दोबारा मुलाकात हुई.

मैंने उससे दोबारा पूछा- तुमने मुझे बताया नहीं कि तुम भी यहां आ रही हो.

उसने मुझसे कहा- मैं तुम्हें सरप्राइज देना चाहती थी.. इसलिए मैंने तुम्हें कुछ नहीं बताया।

और ऐसे ही हम कैंप में मिलने लगे. और जब भी मुझे समय मिलता तो मैं उससे अकेले में मिलता था.

मैंने उसे अगले दिन प्रपोज किया और अपने दिल की सारी बात उसे बता दी।

लेकिन उसने कुछ जवाब नहीं दिया और वहां से चली गयी.

मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि कहीं वो मुझसे दोस्ती ना तोड़ दे. मैं बस यही सोच रहा था कि शायद आज सब कुछ ख़त्म न हो जाये! और मैं वहां से चला गया और अपने दोस्तों के साथ एक्टिविटी के काम में व्यस्त हो गया! (जीएफ सेक्स कहानी)

लेकिन शायद कुदरत को कुछ और ही मंजूर था.

अगले दिन आकांक्षा खुद मुझसे मिलने आईं और मुझसे बोलीं- मैं आपसे 10 मिनट बात करना चाहती हूं.

और मैं उसके पीछे हो लिया.

जब वो अकेला थी तो उसने मुझसे पूछा- तुम मुझे कब से पसंद करते हो?

मैंने उससे कहा- जब से मैंने तुम्हें देखा है!

जब मैं ये सब कह रहा था तो उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिये और मुझे चूमने लगी. करीब 2 मिनट तक हम एक दूसरे को चूमते रहे.

फिर मैं उससे अलग हुआ और बोला- जब मैंने कल प्रपोज किया था.. तो तुमने जवाब क्यों नहीं दिया?

तो आकांक्षा बोली- बस इसी तरह मैं तुम्हें तड़पाना चाहती थी.

फिर मैंने उससे रात को किचन के पीछे मिलने को कहा और हम वहां से निकल गये.

हम रात होने का इंतजार करने लगे और किसी तरह रात 11 बजे हम दोनों मिले.

और मिलते ही हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमने लगे.

कभी मैं उसके होंठों को काटता तो कभी वो मेरे होंठों को काटती. ऐसा करीब 5 मिनट तक चलता रहा.

फिर मैं उसे किचन के पीछे स्टोर रूम में ले गया और उसके कपड़े उतारने लगा.

वो भी मेरे कपड़े उतारने लगी.

फिर मैंने उसे गले लगाया और फिर से चूमना शुरू कर दिया.

और उसने धीरे से उसे ज़मीन पर लिटा दिया और उसके पूरे शरीर को चूमने लगा।

किस करते-करते मैं उसकी Tight Chut के पास गया तो देखा कि उसकी चूत पहले से ही गीली थी।

पहले मैंने उसकी चूत को अपनी नाक से सूंघा. चूत की खुशबू अद्भुत थी… बिल्कुल पागल कर देने वाली!

मैंने झट से अपनी जीभ उसकी चूत के अन्दर डाल दी और चाटने लगा.

मैं इतनी जोर से चाट रहा था कि 2 मिनट में ही उसकी चूत गीली हो गयी और मैं उसका सारा रस पी गया.

फिर मैंने उससे अपना लंड चाटने को कहा तो उसने मना कर दिया. वो बोली- जल्दी से मुझे चोदो… कहीं कोई आ न जाये! अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा. (जीएफ सेक्स कहानी)

मैं बिना समय बर्बाद किये तुरंत उठा और अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रख कर रगड़ने लगा.

वो गुस्सा होने लगी और बोली- कुत्ते, जल्दी से अन्दर डालो. तड़पाओ मत. अभी हमारे पास ज्यादा समय नहीं है!

तो मैंने उससे कहा- पहले तुम मेरा लंड चाटो.. फिर मैं तुम्हारी Chut Chudai करूँगा।

लेकिन वो नहीं मानी तो मैंने हार मान ली और मैंने अपना लंड सीधा उसकी चूत के छेद पर रखा और उसकी चूत में पेल दिया.

लेकिन पहली बार में ही लंड फिसल गया. तो मैंने फिर से उसकी चूत में लंड सैट किया और इस बार धीरे से उसकी चूत में डाल दिया.

जब लंड थोड़ा अन्दर गया तो वो मुझे अपने नाखूनों से काटने लगी और चिल्लाने लगी- बाहर निकालो, बहुत दर्द हो रहा है!

लेकिन मैंने उसकी बात को अनसुना करते हुए एक जोरदार झटका दे मारा.

और इस बार मेरा लंड धड़ाम से अन्दर चला गया और उसकी आँखों से आँसू बहने लगे.

इस तरह मैंने देसी जीएफ की चूत की सील तोड़ दी.

और कुछ देर तक मैंने लंड को अन्दर ही छोड़ दिया और उससे प्यार करने लगा. उसके Big Boobs और गांड को सहलाने लगा 

जब कुछ देर बाद वो अपनी Moti Gand उठाने लगी और बोली- अब दर्द कम हो गया है.

फिर मैंने उसे फिर से चोदना शुरू कर दिया.

हमारा ये सेक्स गेम 10 मिनट तक चलता रहा.

उसके बाद जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और अपना सारा वीर्य उसके पेट पर गिरा दिया और उसके बगल में लेट गया.

कुछ देर बाद हम दोनों उठे, अपने कपड़े पहने और अपने-अपने कमरे में चले गये।

तो यह थी मेरी देसी जीएफ सेक्स कहानी।

आपको मेरी यह जीएफ सेक्स कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।

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