December 17, 2024
फेसबुक दोस्त की चुदाई

हेलो दोस्तों मैं सेक्सी प्रिया हूँ, आज मैं एक नई सेक्स कहानी लेकर आई हूँ जिसका नाम है “फेसबुक पे मिली लड़की को उसके घर पे चोदा -फेसबुक दोस्त की चुदाई । यह कहानी प्रशांत की है, वो आपको बाकी कहानी खुद बताएग, मुझे पूरा यकीन है कि आप सभी को पसंद आएगी। (vaasnaxkahani.com) 

तो चलिए फेसबुक दोस्त की चुदाई कहानी शुरू करते है

दोस्तों, मैं प्रशांत अपने जीवन की एक सच्ची घटना आपके सामने लेकर आया हूँ।सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में सब बता दूँ। मैं 24 साल का जवान लड़का हूँ।

मेरी सेहत थोड़ी कमज़ोर है, लेकिन मेरी चुदाई की क्षमता बहुत ज़्यादा है और जब तक लेटी हुई लड़की 4 बार माल नहीं छोड़ देती, मेरा इंजन चलता रहता है।

दोस्तों, मैं उस समय दिल्ली में रहता था… लेकिन अब मैं गुडगाँव में रहकर सरकारी नौकरी कर रहा हूँ। जब मैं दिल्ली में था, तो फेसबुक पर मेरी एक लड़की से दोस्ती हो गई। (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

मैंने उसे फेसबुक पर हैलो मैसेज किया और दो दिन बाद जवाब मिला। धीरे-धीरे हमारी बातचीत होने लगी। फिर धीरे-धीरे हम सेक्स के बारे में बात करने लगे। एक दिन उसने मुझसे कहा कि वह अपने पति से खुश नहीं है। (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

मैं समझ गया कि उसे लंड की जरूरत है।मौके का फायदा उठाकर मैंने उससे दोस्ती कर ली और सबसे पहले उसके परिवार के बारे में सब कुछ जाना।

मैंने उसकी सास, देवर, पति, बच्चों के बारे में पता किया। फिर धीरे-धीरे मैंने दोस्ती में उससे अपने प्यार का इजहार करना शुरू कर दिया।हम दोनों करीब आ गए। आखिरकार एक दिन मैंने कहा- मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ! (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

वह भी मुझसे मिलना चाहती थी, इसलिए उसने मुझे अपने गुडगाँव घर बुलाया। उसकी सास, देवर और ननद को कुछ दिनों के लिए जयपुर एक शादी में जाना था। हमारे मिलने का यही सही मौका था।

हम दोनों ने मिलने का प्लान भी बना लिया था।जिस दिन उन सभी को शादी में जाना था, वे सुबह 11 बजे घर से निकल गए।उसका पति सुबह 9 बजे अपनी दुकान पर चला जाता था और दोपहर 1:30 बजे खाना खाने आता था।खाने के बाद वो तुरंत वापस चला जाता था और फिर सीधे रात 8 बजे घर आता था।

उसके पति के जाते ही मैं उसके घर पहुँच गया। मुझे माफ़ करना मैंने तुम्हें उसका नाम नहीं बताया।

उसका नाम शिखा है। वो दिखने में बोहत गोरी है और  उसका फिगर कमाल का है। एक बच्चे की माँ होने के बाद भी उसके बूब्स बहुत कसे हुए थे, वो बिल्कुल भी ढीले नहीं थे। गांड बहुत मोटी है ।कोई भी उसे एक बार देख ले तो उसे तुरंत उसके साथ सेक्स करने का मन हो जाए। (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

मैं उसे देखकर हैरान था कि उसका पति सेक्स किए बिना कैसे सो सकता है।अगर मेरे साथ ऐसी औरत होती तो मैं पूरी रात सो नहीं पाता। जब मैं उसके घर पहुँचा तो उसने ब्लैक कुर्ती और ब्लैक लेगिंग पहनी हुई थी।

जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला, मैं एक पल के लिए उसे देखता ही रह गया। वो बहुत कमाल की लग रही थी!मेरा लंड वहीं दरवाजे पर खड़ा हो गया… मैं भूल गया था कि मैं घर के बाहर हूँ।

उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंदर खींचा और डांटते हुए कहा- पहले तुम अंदर आओ… कोई देख लेगा तो क्या होगा!मैंने इसके लिए सॉरी कहा और तुरंत उसे अपनी बाहों में भर लिया। शायद वो भी बहुत दिनों से प्यासी थी, उसने भी मुझे अपने सीने से कस कर चिपका लिया।

कुछ देर एक दूसरे से चिपके रहने के बाद हम दोनों अलग हो गए और उसने मुझे सोफे पर बैठने को कहा और मेरे लिए चाय बनाने किचन में चली गई।थोड़ी देर बाद मैं उसके पीछे किचन में गया और उसे पीछे से गले लगा लिया और कहा- मुझे चाय नहीं, दूध चाहिए!वो बोली- थोड़ा रुको… अभी सब मिल जाएगा!

पर मैं बहुत थक गया था, मैं खुद पर काबू नहीं रख पा रहा था. आपको बता दूँ कि यह मेरी ज़िंदगी में 1 बार सेक्स था.आज मुझे उसे पूरी तरह नंगा करके चोदने के लिए टाइट चूत मिली थी. मैंने शिखा जी को घुमाया और एक हाथ उनकी गर्दन में डाला और वहीं किचन में उन्हें चूमने लगा.

वो भी मेरा साथ देने लगी. शिखा कुछ ज़्यादा ही तेज़ी से चूम रही थीं… मानो वो सालों की प्यासी हों.

मैं भी उनकी प्यास समझ गया था. मैंने उन्हें किचन की स्लैब पर बिठाया और उन्हें चूमने लगा.वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.हम दोनों के बीच का चुंबन अब गर्म हो चुका था. कभी वो अपनी जीभ मेरे मुँह में डालती, तो कभी मैं अपनी जीभ उनके मुँह में डालता. (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

अपने से छोटे लड़के के साथ खूब मज़े ले रही थीं. कुछ देर बाद उसने मुझे रोका और बोली- चलो बेडरूम में चलते हैं और करते हैं!वो मेरा हाथ पकड़ कर ले जाने लगी, तो मैंने उसका हाथ हिलाया.मेरी तरफ देखने लगी, तो मैंने अपनी पैंट की ज़िप खोली और अपना 7 इंच का लंड उसके सामने कर दिया.

वो समझ गई, पहले वो वहीं बैठ गई और अपने हाथ से मेरे लंड को धीरे धीरे हिलाने लगी. मैं वासना भरी निगाहों से की आँखों में देखने लगा. वो बड़े प्यार से मेरी आँखों में देख रही थी और एक अनुभवी रंडी की तरह आराम से मेरे लंड को हिला रही थी.मुझे आनंद मिल रहा था.फिर मेरी आँखें अपने आप बंद होने लगी.

मुझे पता ही नहीं चला कि मेरा लंड कब के मुँह में चला गया.मुझे पहली बार असली जन्नत का मजा मिल रहा था.कुछ देर बाद मेरे हाथ पैर अकड़ गए और मैं डिस्चार्ज होने लगा.

जब मेरा काम हो गया और मैंने देखा कि मेरा लंड अभी भी उसके मुँह में था, तो मैंने पूछा- सामान? वो हँसी और बोली- हम कीमती चीजों को बर्बाद नहीं होने देते! हंसते हुए खड़ी हुई और मेरे लंड को हाथ में लेकर मुझे बेडरूम में ले गई. जैसे ही हम बेडरूम में पहुंचे, मैंने उन्हें बेड पर धक्का दिया और उनके ऊपर चढ़ गया और उन्हें चूमने लगा…

उनके होंठों को चूसने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी. चूमते-चूमते मैंने एक हाथ से उनके मम्मे दबाने शुरू कर दिए और ब्लाउज के बटन खोल कर उसे उतार दिया. ब्रा में दबे उनके मम्मे बहुत अच्छे लग रहे थे. मैंने ब्रा भी उतार दी और उनके मम्मे आज़ाद कर दिए.

वो अपने मम्मे हिलाने लगी और मुझे चूसने के लिए आमंत्रित करने लगी. मैं सीधे के मम्मों पर झपटा. मैंने एक को अपने हाथ से दबाना शुरू किया और दूसरे को मुँह में लेकर चूसने लगा. के मुँह से लगातार कामुक सिसकारियाँ निकल रही थीं. वो मेरे सिर को अपने मम्मों पर दबा रही थी. वो बार-बार मुझे जल्दी से अन्दर डालने के लिए कह रही थी.

मुझे सेक्स किए हुए काफी समय हो गया था, इसलिए मैं खुद पर काबू नहीं रख पा रहा था.मैं उठा और की साड़ी और पेटीकोट भी उतार दिया.उन्होंने भी उत्तेजना में मेरे सारे कपड़े उतार दिए. (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

मैंने अपना अंडरवियर उतार कर फेंक दिया और उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी पैंटी को उसके पैरों से उतार दिया.मेरे सामने बिना किसी बाल के साफ चूत थी.मैं खुद को रोक नहीं सका. मेरे मुँह में पानी आ रहा था.

मैंने अपना मुँह उसकी  चूत पर रख दिया और जीभ से चाटने लगा. वो अपना आपा खो रही थी और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा रही थी. उसी समय बिस्तर पर अपना सिर पटक रही थी और अपनी चूत में हो रहे आनंद के कारण कराह रही थी.

उस समय वो पानी से बाहर मछली की तरह तड़प रही थी. अब मैं भी खुद पर काबू नहीं रख पा रहा था. मैं उठा और अपनी पैंट से कंडोम निकाला. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ कर कहा- चलो इसके बिना करते हैं, मज़ा आएगा.मैं डर गया.

वो बोली- मैं गोली खा लूँगी, .बिना सोचे मैं भी उसे चोदने के लिए उसके ऊपर चढ़ गया. फिर मैंने उससे कहा- एक बार मुँह में लेकर गीला कर लो!

वो उठी और सीधा ही उसे अपने मुँह में ले लिया और थोड़ी देर में मेरे लंड को अपनी लार से गीला कर दिया. फिर वो सीधी लेट गई और अपनी टाँगें खोल कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया.

मैंने भी अपने हाथ से अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक जोरदार झटका दिया. उसके मुँह से एक जोरदार आवाज़ निकली.जल्दी-जल्दी में मैंने एक ही झटके में अपना आधा लंड उसकी चूत में घुसा दिया था. उसने मुझे रुकने को कहा, मैं भी उसकी आवाज़ सुनकर डर गया था इसलिए मैं रुक गया. (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

थोड़ी देर में  दर्द कम हो गया और वो भी नीचे से हिलने लगी. मैं समझ गया और अपना लंड आगे-पीछे करने लगा. फिर जब लंड ने थोड़ी जगह बनाई, तो मैंने एक और जोरदार झटका दिया और लंड को पूरा अंदर घुसा दिया.

फिर से के मुँह से ‘आह मैं मर रही हूँ…’ की आवाज़ निकली. लेकिन इस बार मैं नहीं रुका, मैं अपने झटके देता रहा. कुछ देर बाद वो सहयोग करने लगी और मुझे अपने ऊपर आने को कहने लगी.

मैंने हाँ कहा और उसने मुझे अपने नीचे ले लिया. वो मेरे ऊपर चढ़ गई. खुद ही अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में सेट किया और बैठ कर मेरे लंड पर कूदने लगी.

क्या बताऊँ दोस्तो, वो इतना असीम सुख था, जो शायद मैंने पहले कभी अनुभव नहीं किया था.आज मुझे असली सुख मिल रहा था.कुछ देर बाद वो मुझे वापस नीचे आने को कहने लगी.अब मैंने उसे कुतिया बनाया और खुद बिस्तर के नीचे खड़ा होकर पीछे से उसकी चूत चोदने लगा.

जब मैं धक्के मार रहा था, तो मेरी नज़र की गांड पर गई. बिना सोचे समझे मैं उसकी गांड में उंगली डालना चाहता था.शिखा  सेक्स का पूरा मजा ले रही थी लेकिन उसकी गांड के छेद पर अचानक हुए हमले की वजह से वो बिखर गई और आगे की तरफ बढ़ गई.

बोली- अभी नहीं, एक बार चूत की प्यास बुझा लो… फिर वो भी ले लेना. मैंने समझदारी दिखाई और फिर से उसकी चूत पर ध्यान केंद्रित किया और उसे चोदना शुरू कर दिया.वो अब अपने चरम पर पहुंच चुकी थी और जोर-जोर से आवाजें निकालने लगी थी. (फेसबुक दोस्त की चुदाई)

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज धक्कों के साथ उसे चोदना शुरू कर दिया. वो लगातार आवाजें निकाल रही थी.मैं भी अपने चरम पर पहुंच चुका था. हम दोनों एक साथ तेज धार के साथ खाली होने लगे.

वो भी बहने लगी और मैंने भी अपना माल उसकी चूत में छोड़ दिया.स्खलन के बाद हम दोनों कुछ देर बिस्तर पर आराम करने लगे.फिर समय देखकर मैं उठकर चला गया और उसके पति के खाना खाने से पहले ही मैं बाहर चला गया.

मैं बाहर गया और मेडिकल स्टोर से एक गोली खरीदी और उसके पति के जाते ही वापस उसके पास आ गया.

दो दिन बाद उसकी सास और देवर और ननद आने वाले थे, तो मैंने दो दिन तक शिखा को अच्छे से चोदा और उनको भी जवान लंड का मजा दिया.

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